Saturday, 24 October 2015

[20/10 11:50] ‪+91 98382 52785‬: 👍👍👍👍

" पहले लोग भावुक होते थे...
भावना में बह कर रिश्ते निभाते थे...

फिर लोग प्रैक्टिकल हुए ... भावना का कोई स्थान नहीं था ... रिश्तों से फायदा उठाते थे...

अब लोग प्रोफेशनल हो गए हैं।
जिनसे फायदा उठाया जा सके सिर्फ वहीँ रिश्ते बनाते हैं .... "
       🙏🏻 🙏🏻
[23/10 18:18] ‪+91 93369 11586‬: हजरत अली की प्यारी बाते

जिस आदमीको गुस्सा ज्यादा आता है
वह प्यार भी उतना ही ज्यादा करता है
और उतना ही साफ दिल रखता है

अगर तुम सारी जिंदगी के लिए किसी
को दोस्त रखना चाहते हो अपने दिल
मे कब्र बना लो ताकि तुम अपने दोस्त
की गलती दफन कर सको

दोस्त चाहे कितना भी बुरा हो जाय
उससे दोस्ती मत तोड़ो क्योंकि पानी
चाहे कितना भी गंदा हो जाय आग
बुझाने के काम आता ही है

लोगों के दिलो मे अपना मुकाम इस
तरह बना लो कि मर जाओ तो दूआ
करे जिन्दा रहो तो मिलने की तमन्ना रखे

🍁🍂🍁🍂🍁🍂🍁

कभी किसी इंसान को जिन्दगी का
राजदार न बनाओ क्योंकि आदमी
बड़ा खुदगर्ज है जब आपको पसंद
करता है तो आपकी बुराई को भुल
जाता है और जब नफरत करता है तो
आपकी अच्छाई भुल जाता है

🍁🍂🍁🍂🍁🍂🍁🍂🍁 💐🌻🌺हदीस :-जब तुम अपने बिस्तर पर जाओ तो सुराः फ़ातिह और सूरह इखलास को पढ़ लिया करो, तो मौत के अलावा हर चीज़ से बेखौफ हो जाओगे.
वह दिन क़रीब है जब आसमान पे सिर्फ एक सितारा ⭐होगा. तौबा का दरवाज़ा बंद कर दिया जायेगा. क़ुरआन के हरूफ मिट जायेंगे , सूरज ज़मीन के बिलकुल पास आ जायेगा., ☀
हुज़ूर सलल्लाहू अलैह वसल्लम ने फ़रमाया "बेनूर हो जाये उसका चेहरा जो कोई मेरी हदीस को सुन कर आगे न पोहचाए. "
🌹✨Noor✨🌹
[24/10 10:01] ‪+91 98382 52785‬: kya khoob likha hai kisine

आगे सफर था और पीछे हमसफर था..

रूकते तो सफर छूट जाता और चलते तो हमसफर छूट जाता..








मंजिल की भी हसरत थी और उनसे भी मोहब्बत थी..





ए दिल तू ही बता,उस वक्त मैं कहाँ जाता...




मुद्दत का सफर भी था और बरसो का हमसफर भी था

रूकते तो बिछड जाते और चलते तो बिखर जाते....






यूँ समँझ लो,

प्यास लगी थी गजब की...
मगर पानी मे जहर था...





पीते तो मर जाते और ना पीते तो भी मर जाते.








बस यही दो मसले, जिंदगीभर ना हल हुए!!!
ना नींद पूरी हुई, ना ख्वाब मुकम्मल हुए!!!







वक़्त ने कहा.....काश थोड़ा और सब्र होता!!!
सब्र ने कहा....काश थोड़ा और वक़्त होता!!!








सुबह सुबह उठना पड़ता है कमाने के लिए साहेब...।।
आराम कमाने निकलता हूँ आराम छोड़कर।।








"हुनर" सड़कों पर तमाशा करता है और "किस्मत" महलों में राज करती है!!











"शिकायते तो बहुत है तुझसे ऐ जिन्दगी,

पर चुप इसलिये हु कि, जो दिया तूने,
वो भी बहुतो को नसीब नहीं होता"..
अजीब सौदागर है ये वक़्त भी!!!!
जवानी का लालच दे के बचपन ले गया....

अब अमीरी का लालच दे के जवानी ले जाएगा. .......
[24/10 21:42] ‪+91 73986 96548‬: कितने झूठ ढोयें हैं, कितने फरेब तराशें है..!
दो गज जमीन और एक जोड़ी कफन के लिए..!!

Qadir Rayeen. .

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